नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के दौरान सेना के जवानों की असाधारण वीरता की सराहना करते हुए आज कहा कि सेना ने दुनिया को भारत की ताकत का संदेश दिया है और साथ ही देशवासियों को भी देश की रक्षा का विश्वास दिलाया है. पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी क्षेत्र में गत 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बाद जवानों की हौसलाअफजायी के लिए शुक्रवार की सुबह लद्दाख पहुंचे श्री मोदी ने नीमू में सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस और वायु सेना के रणबांकुराें को संबोधित करते हुए कहा कि सेना ने अपनी वीरता से पूरी दुनिया को भारत की ताकत का संदेश दिया है. राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता की कुछ पंक्तियों का हवाला दिया. उन्होंने कहा , “ मैं आज अपनी वाणी से आपकी जय और अभिनंदन करता हूं.” गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की बहादुरी को पराक्रम की पराकाष्ठा करार देते हुए उन्होंने कहा , “ सेना के जवानों के पराक्रम से धरती अब भी जयकार कर रही है. देशवासियों का सिर आदर और सम्मान के साथ आपका नमन करता है और उन्हें आप पर गर्व भी है.” उन्होंने गलवान में शहीद हुए जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि भी दी.
चीन को परोक्ष रूप से संदेश
चीन को परोक्ष रूप से संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि शांति के प्रति हमारी वचनबद्धता को हमारी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि विकास के लिए शांति और मित्रता का हर कोई पक्षधर है, लेकिन यह भी सत्य है कि निर्बल शांति नहीं ला सकता. उन्होंने कहा , “ वीरता शांति की पूर्व शर्त होती है. इसे देखते हुए भारत ने नभ, जल , थल और अंतरिक्ष में अपनी ताकत को बढाया है और इसका उद्देश्य मानवता का कल्याण ही है.” उन्होंने कहा कि दुनिया ने भारत के पराक्रम और शांति दोनों प्रयासों को देखा है.