इंदौर (मध्यप्रदेश). वर्गीकृत विज्ञापनों के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘ओएलएक्स’ पर सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर कई लोगों को ऑनलाइन चूना लगाने के आरोप में पुलिस की अपराध निरोधक शाखा ने यहां 127 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अलग-अलग ठग गिरोहों से जुड़े ये लोग खरीदारों से फोन पर बातचीत के वक्त खुद को फौजी बताते हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश दंडोतिया ने सोमवार को बताया कि ओएलएक्स पर ठगी की 40 से ज्यादा शिकायतों पर जांच के बाद 127 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। उन्होंने विस्तृत जानकारी दिये बगैर बताया, “ठगों के तार अलग-अलग राज्यों से जुड़े हैं। उनकी तलाश की जा रही है।” एएसपी ने शुरुआती जांच के हवाले से बताया कि अलग-अलग ठग गिरोहों के इन सदस्यों ने ओएलएक्स पर कार, दोपहिया वाहन, रेफ्रिजरेटर, कैमरा, मोबाइल फोन एवं अन्य कीमती सामान सस्ते दामों में बेचने के विज्ञापन डाले। शिकायतकर्ताओं ने जब विज्ञापनों में दिये मोबाइल नंबरों पर फोन किया, तो ठगों ने अपना परिचय फौजियों के रूप में दिया। दंडोतिया ने बताया, “अपने शिकार को जाल में फंसाने के लिये ठगों ने शिकायतकर्ताओं को फौजियों के जाली फोटो परिचय पत्र वॉट्सऐप के जरिये भेजे और उन्हें सस्ते दामों में सामान बेचने का झांसा देकर पेशगी और कोरियर शुल्क के नाम पर ऑनलाइन माध्यमों से रकम मंगा ली। लेकिन बाद में न तो सामान की आपूर्ति की गयी, न ही यह रकम लौटायी गयी।” पुलिस की अपराध निरोधक शाखा मामले की विस्तृत जांच कर रही है।