पटना – ये कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है! पटना के महावीर कैंसर संस्थान में डॉक्टरों ने ऐसा कमाल कर दिखाया जो सच में भगवान का रूप लगता है। 13 साल की मासूम बच्ची, जिसकी जिंदगी कंधे की तेजी से बढ़ती हड्डी के कैंसर ने मुश्किल कर दी थी, उसके सामने दो ही रास्ते थे – या तो लाखों की महंगी सर्जरी, या फिर कुछ चमत्कार!
लेकिन बच्ची के परिवार की आर्थिक मजबूरियों के सामने डॉक्टरों ने इंसानियत की मिसाल कायम की। संस्थान के वरिष्ठ अस्थि कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सूर्य प्रकाश ने महंगी मेगा-प्रोस्थेटिक सर्जरी (₹1.5 लाख) की जगह, महज ₹25 हजार की नेल-सीमेंट स्पेंसर तकनीक से कंधे का पुनर्निर्माण कर दिखाया।
6-7 घंटे तक चली जटिल सर्जरी के बाद बच्ची का कंधा बच गया और उसकी मुस्कान लौट आई। आज वो बच्ची न सिर्फ अपने हाथ से खाना खा रही है बल्कि जिंदगी की नई उम्मीद के साथ आगे बढ़ रही है।
महावीर कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. बी. सान्याल और डॉ. मनीषा सिंह का कहना है कि अब ऐसे उन्नत इलाज के लिए बिहारवासियों को मेट्रो शहरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। ये घटना पूरे राज्य में मेडिकल क्षेत्र की एक मिसाल बन चुकी है।
यह सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं था, यह था जीवनदान का वो स्पर्श, जिसने एक मासूम को मौत के मुंह से खींचकर वापस जिंदगी की ओर लौटा दिया।