गोपालगंज (बिहार):
बिहार के शिक्षा विभाग ने एक नया आदेश जारी कर शिक्षकों की छुट्टियों पर ब्रेक लगा दिया है। गोपालगंज जिले में जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने सभी शिक्षकों को निर्देश दिया है कि वे अपने HRMS (ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम) डेटा को तत्काल अपडेट करें और उससे संबंधित दस्तावेज स्कूल स्तर से हस्ताक्षरित करवाकर बीईओ कार्यालय में जमा करें।
छुट्टी के बाद आया आदेश, मच गई खलबली
जिले के विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टी शनिवार को घोषित की गई थी। अधिकतर शिक्षक छुट्टी मनाने के लिए अपने घर या बाहर जा चुके थे। लेकिन जैसे ही यह आदेश आया, अधिकांश शिक्षकों को वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा। कई शिक्षक मानसिक तनाव में हैं क्योंकि वे पहले ही यात्रा पर निकल चुके थे।
क्या करना है शिक्षकों को?
आदेश के अनुसार, शिक्षकों को HRMS डेटा फॉर्म-1 और फॉर्म-2 भरकर प्रधानाध्यापक से हस्ताक्षर करवाना है और फिर उसे ब्लॉक शिक्षा पदाधिकारी (BEO) के कार्यालय में जमा करना होगा। आदेश में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि क्या यह काम अवकाश समाप्ति के बाद भी किया जा सकता है, जिससे असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
शिक्षकों का विरोध और प्रतिक्रिया
कुछ शिक्षकों ने इस कदम को अव्यवस्थित बताया है। शिक्षक रमाकांत ठाकुर का कहना है, “अगर ये प्रक्रिया अवकाश से पहले ही तय हो जाती, तो हम बिना किसी परेशानी के इसे पूरा कर सकते थे। अब छुट्टियों के दौरान यह फरमान आने से हमें न केवल यात्रा बीच में छोड़नी पड़ी, बल्कि मानसिक रूप से भी हम पर असर पड़ा है।”
एक अन्य शिक्षक एस. सिद्धार्थ ने सुझाव दिया कि, “यह कार्य अवकाश के बाद किया जाए ताकि शिक्षक पूरी तरह से तरोताजा होकर विद्यालय लौटें और बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सकें।”
वेतन पर संकट की आशंका
शिक्षकों के बीच यह आशंका भी है कि यदि HRMS डेटा समय पर अपडेट नहीं हुआ, तो उनका अगला वेतन अटक सकता है। इस कारण वे छुट्टी का त्याग कर जल्द स्कूल लौटने को मजबूर हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी
इस मुद्दे पर जिला शिक्षा पदाधिकारी से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।