नयी दिल्ली. फ्रांस की पेट्रोलियम क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टोटल और भारत के अडाणी समूह के बीच नवगठित संयुक्त उद्यम जल्द ही भारत में पेट्रोल पंप खोलने के वास्ते लाइसेंस के लिये आवेदन करेगा। आडणी गैस के मुख्य कार्यकारी ने यह जानकारी दी। दोनों कंपनियों का संयुक्त उद्यम टोटाल- अडाणी फ्यूल मार्केटिंग लिमिटेड जल्द ही सभी तरह के वाहन ईंधनों की खुदरा बिक्री केन्द्र खोलने के लिये आवेदन करेगा। अडाणी गैस के सीईओ सुरेश मंगलानी ने कंपनी के पहली तिमाही के परिणाम घोषित किये जाने के मौके पर यह कहा। टाटा ने पिछले साल अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी की कंपनी अडाणी गैस में 37.4 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। इसके साथ ही उसने दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते ईंधन बाजार में कदम रख दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस क्षेत्र में निश्चित ही टोटल की मजबूती और उसके अनुभव का पूरा लाभ उठायेंगे।” मंगलानी ने कहा अडाणी गैस की अनुषंगी कंपनी टोटल- अडाणी फ्यूल मार्केटिंग लिमिटेड अपने खुदरा केन्द्रों पर पेट्रोल, डीजल, प्राकृतिक गैस बेचने के साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग सुविधा भी उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि संयुक्त उद्यम सरकार की उदारीकृत ईंधन खुदरा लाइसेंस व्यवस्था के तहत लाइसेंस के लिये आवेदन करेगी। सरकार ने पिछले साल पेट्रोल पंप के लिये लाइसेंस जारी करने के नियमों में बदलाव करते हुये 250 करोड़ रुपये नेटवर्थ रखने वाली कंपनियों को लाइसेंस आवेदन की अनुमति दी है। इससे पहले केवल उन्हें कंपनियों को ईंधन की खुदरा बिक्री की अनुमति दी जाती थी जिन कंपनियों ने हाइड्रोकाबन की खोज अथवा उत्पादन, रिफाइनिंग, पाइपलाइन नेटवर्क अथवा तरल प्राकृतिक गैस टर्मिनल स्थापित करने के क्षेत्र में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।