मुंबई, 4 अप्रैल 2025:
भारतीय बैंकों ने रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को मौजूदा तरलता प्रबंधन (Liquidity Management) फ्रेमवर्क में बदलाव करने का सुझाव दिया है। बैंकों का मानना है कि 14-दिन की वेरिएबल रेट रेपो की जगह ओवरनाइट फिक्स्ड-रेट साधन अपनाया जाना चाहिए।
इसके साथ ही, बैंकों ने मौद्रिक नीति के लिए नए बेंचमार्क “Secured Overnight Rupee Rate (SORR)” को अपनाने की भी सिफारिश की है। इससे बाजार की तरलता स्थिति पर बेहतर नियंत्रण संभव होगा।