आपसी विवाद बना खूनी टकराव की वजह
जानकारी के अनुसार, पुलिस लाइन स्थित बैरक में तैनात सिपाही सर्वजीत ने साथी सिपाही सोनू कुमार पर अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोलियों से छलनी सोनू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दोनों कुछ ही दिन पहले सिकटा थाना से बेतिया ट्रांसफर होकर आए थे और एक ही यूनिट में कार्यरत थे।
आरोपी सिपाही गिरफ्तार, हथियार जब्त
घटना के बाद आरोपी सिपाही सर्वजीत बैरक की छत पर चढ़कर फायरिंग करने लगा, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे काबू में लेकर गिरफ्तार किया और उसकी रायफल को सीज कर दिया।
उच्चाधिकारियों ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही डीआईजी हर किशोर राय सहित कई वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू की। डीआईजी ने पुष्टि की कि दोनों सिपाहियों के बीच पहले से व्यक्तिगत विवाद था, जो इस खौफनाक घटना की वजह बना।
मृतक के परिजन को सूचना, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
मृतक सिपाही सोनू कुमार भभुआ के निवासी थे। पुलिस ने उनके परिजनों को घटना की सूचना दे दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है।
निष्कर्ष:
बेतिया पुलिस लाइन की यह घटना न केवल पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि आंतरिक तनाव अगर समय रहते सुलझाया न जाए, तो वह किस हद तक घातक साबित हो सकता है। फिलहाल, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग हर पहलू की गहन जांच में जुट गया है।