घटना का पूरा विवरण
रविवार की रात लहरपा गांव निवासी किसान सलाहकार कमलेश कुमार के घर बारात आयी थी। लड़की के दरवाजे पर द्वारपूजा का कार्यक्रम चल रहा था। तभी एक थार गाड़ी में सवार कुछ लोग संकरी गली से गुज़रते हुए समारोह स्थल पर पहुंचे। वहां पहले से खड़ी दूल्हे की गाड़ी से थार की टक्कर हो गई, जिससे थार का शीशा टूट गया।
इस मामूली विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। थार सवार लोग आगबबूला हो उठे और उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। वहां मौजूद बाराती और साराती जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। समारोह स्थल पर चीख-पुकार मच गई और पूरे गांव में अफरा-तफरी फैल गई।
कौन-कौन हुए घायल और मृत
फायरिंग की इस दिल दहला देने वाली घटना में लहरपा गांव निवासी राहुल कुमार और लवकुश की मौत हो गई। घायल होने वालों में अप्पू कुमार, पंकज कुमार और नारायणपुर थाना क्षेत्र के भलुनी गांव निवासी अक्षय सिंह शामिल हैं। घायलों में से कुछ को आरा सदर अस्पताल और कुछ को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें दो की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही गड़हनी थाने के थानाध्यक्ष रणवीर कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एएसपी परिचय कुमार ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया। भोजपुर एसपी राज ने बताया कि अब तक की जांच में एक मौत और चार लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। घटना के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है और फायरिंग करने वालों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों के अनुसार, शादी की खुशियां अचानक मातम में बदल गईं। लोग अभी भी सदमे में हैं और डर का माहौल कायम है। थार और दूल्हे की गाड़ी की टक्कर ने ऐसा बवंडर खड़ा कर दिया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
निष्कर्ष
यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि बिहार जैसे संवेदनशील इलाकों में गाड़ियों की मामूली टक्कर भी कैसे जिंदगियों पर भारी पड़ सकती है। ज़रूरत है, ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की ताकि भविष्य में कोई शादी समारोह गोलीबारी में तब्दील न हो जाए।