पहलगाम आतंकी हमले पर नेहा सिंह राठौड़ के पोस्ट पर विवाद, कांग्रेस के बैकएंड सपोर्ट की अटकलें तेज
सिंगर नेहा सिंह राठौड़ ने पहलगाम आतंकी हमले पर एक विवादित पोस्ट किया, जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं और उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज की गई है। इस पोस्ट ने पाकिस्तान तक तूल पकड़ लिया। इसके साथ ही, कांग्रेस पार्टी में उनके बैकएंड सपोर्ट की चर्चाएँ भी जोर पकड़ रही हैं, जिससे उनके राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।
भोजपुरी लोकगीतों से सोशल मीडिया पर पहचान बनाने वाली सिंगर नेहा सिंह राठौड़ इन दिनों मुश्किलों में घिर गई हैं। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर किए गए एक पोस्ट ने उनके खिलाफ गंभीर विवाद खड़ा कर दिया है। लखनऊ के हजरतगंज थाने में उनके खिलाफ 11 धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, नेहा सिंह राठौड़ ने बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर एक वीडियो पोस्ट किया था। अपने इस वीडियो में नेहा ने हमले को सरकार की विफलता करार दिया था और आरोप लगाया था कि इस हमले का इस्तेमाल आगामी बिहार चुनावों में राजनीतिक लाभ के लिए किया जाएगा।
उनकी इस टिप्पणी के वायरल होते ही पाकिस्तान की प्रमुख राजनीतिक पार्टी पीटीआई ने इस वीडियो को अपने प्लेटफॉर्म पर री-शेयर कर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने का प्रयास किया। इस घटनाक्रम के बाद नेहा का पोस्ट केवल देश में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विवाद का विषय बन गया।
एफआईआर और कानूनी कार्रवाई
लखनऊ के कवि अभय प्रताप सिंह ने नेहा सिंह राठौड़ के खिलाफ हजरतगंज थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
नेहा पर आरोप है कि उन्होंने संवेदनशील राष्ट्रीय मुद्दे पर गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी कर न सिर्फ शहीदों के सम्मान को ठेस पहुंचाई, बल्कि देश की छवि को भी नुकसान पहुंचाया।
नेहा सिंह राठौड़ और कांग्रेस से जुड़ाव
बताया जा रहा है कि नेहा सिंह राठौड़ हाल ही में कांग्रेस पार्टी के एक प्रशिक्षण शिविर में भी नजर आई थीं। उन्होंने खुले मंच से बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था और संकेत दिए थे कि अगर कांग्रेस उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 के लिए टिकट देती है, तो वह चुनाव लड़ने पर विचार करेंगी।
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने अभी तक नेहा सिंह राठौड़ के साथ किसी औपचारिक राजनीतिक गठबंधन की घोषणा नहीं की है। लेकिन उनके हालिया बयानों और गतिविधियों से यह साफ है कि उनका झुकाव कांग्रेस की ओर दिखाई दे रहा है।
अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि नेहा सिंह राठौड़ के पीछे कांग्रेस पार्टी का सीधा हाथ है।
हाँ, इतना जरूर है कि नेहा हाल ही में कांग्रेस के एक ट्रेनिंग कैंप में शामिल हुई थीं और मंच से बीजेपी पर खुलकर हमला भी किया था। उन्होंने खुद भी कहा था कि अगर कांग्रेस टिकट देती है तो वह चुनाव लड़ने पर विचार करेंगी।
इसलिए अटकलें लगाई जा रही हैं कि नेहा सिंह राठौड़ कांग्रेस के समर्थन में काम कर सकती हैं या बैकएंड से कांग्रेस का समर्थन मिल रहा है, लेकिन सरकारी या सार्वजनिक तौर पर कांग्रेस ने इस बारे में कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया है।
सीधे शब्दों में कहें तो:
नेहा राठौड़ कांग्रेस के करीब दिखाई दे रही हैं, लेकिन उनके पीछे कांग्रेस का “औपचारिक हाथ” है या नहीं, इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है।
निष्कर्ष
नेहा सिंह राठौड़ का विवादित पोस्ट एक बड़े राजनीतिक और कानूनी संकट में बदल गया है। जहां एक ओर उनके समर्थक इसे “अभिव्यक्ति की आज़ादी” बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आलोचक इसे “राष्ट्रविरोधी भावनाओं को बढ़ावा देने” जैसा गंभीर अपराध मान रहे हैं।
अब देखना दिलचस्प होगा कि नेहा इस पूरे मामले में आगे क्या रुख अपनाती हैं और कांग्रेस के साथ उनका जुड़ाव किस दिशा में बढ़ता है।