सोशल मीडिया के ‘सबूत’ से पस्त हुए पाकिस्तान के मंत्री, दुनिया के सामने उड़ गई हंसी
नई दिल्ली। पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने झूठे दावों की वजह से हंसी का पात्र बन गया है। इस बार मामला जुड़ा है भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद फैलाई गई अफवाहों से, जिसमें पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के 5 लड़ाकू विमान मार गिराए हैं। लेकिन जब एक विदेशी पत्रकार ने इन दावों पर सबूत मांगा तो पाकिस्तानी रक्षा मंत्री की बोलती बंद हो गई — और उनका जवाब अब सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद झूठ का खेल शुरू
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने मंगलवार रात को बड़ा जवाबी हमला किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम की इस सैन्य कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
जवाबी हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के 5 फाइटर जेट को मार गिराया है। लेकिन इस दावे के पीछे कोई ठोस सबूत नहीं था — बस सोशल मीडिया पर वायरल फोटोज और वीडियोज।
बेकी एंडरसन ने लाइव शो में खोल दी पोल
CNN अबू धाबी की वरिष्ठ पत्रकार बेकी एंडरसन ने एक लाइव इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से इस दावे पर सवाल किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह जेट गिराने के पुख्ता सबूत दिखा सकते हैं, तो मंत्री जी ने बिना किसी झिझक के सोशल मीडिया की ओर इशारा कर दिया।
उन्होंने कहा, “आप भारत के सोशल मीडिया को देखें, वहां सबूत हैं!” इस जवाब पर बेकी एंडरसन ने तीखा जवाब दिया, “माफ कीजिए, लेकिन हमने आपको सोशल मीडिया की अफवाहें बताने के लिए नहीं बुलाया है, हम आपसे आधिकारिक सबूत मांग रहे हैं।”
सूचना मंत्री भी झूठ फैलाते पकड़े गए
सिर्फ रक्षा मंत्री ही नहीं, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार भी झूठे दावे करने में पीछे नहीं रहे। स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भारत ने आम नागरिकों को निशाना बनाया है। लेकिन एंकर ने उन्हें उसी समय टोकते हुए बताया कि भारतीय सेना ने केवल आतंकी ठिकानों को टारगेट किया है, न कि नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठानों को।
‘पाकिस्तान में आतंकी कैंप ही नहीं हैं!’ — मंत्री का दावा और जवाब
अताउल्लाह तरार ने आगे बढ़ते हुए कहा कि पाकिस्तान में कोई आतंकी कैंप नहीं है और पाकिस्तान खुद आतंकवाद से पीड़ित देश है। लेकिन एंकर ने तुरंत उन्हें उनके ही रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का पुराना बयान याद दिला दिया, जिसमें उन्होंने खुले तौर पर स्वीकार किया था कि पाकिस्तान ने दशकों तक आतंकी संगठनों को समर्थन, फंडिंग और ट्रेनिंग दी है।
नतीजा — बेइज्जती और सवालों का जवाब नहीं
इस पूरे घटनाक्रम का एक ही निचोड़ निकलता है — पाकिस्तान की दलीलें अब दुनिया के सामने टिक नहीं पा रही हैं। ना उनके पास सबूत हैं, ना ही जवाबदेही। जब झूठ के सहारे कूटनीति चलाने की कोशिश होती है, तो नतीजा यही होता है — लाइव शो में बेइज्जती और वायरल होती शर्मिंदगी।