भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव के माहौल में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर एक चौंकाने वाली अफवाह ने सोशल मीडिया पर आग लगा दी है। दावा किया जा रहा है कि अदियाला जेल में बंद इमरान खान की हत्या कर दी गई है। लेकिन क्या वाकई ऐसा कुछ हुआ है?
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस दावे की पड़ताल करने पर सामने आया कि यह महज एक मनगढ़ंत और झूठी अफवाह है, जिसका कोई ठोस सबूत नहीं है। पाकिस्तानी मीडिया, सरकार और जेल प्रशासन—तीनों ने इस खबर को सिरे से खारिज कर दिया है।
ट्रोलर्स का षड्यंत्र या साइकोलॉजिकल वारफेयर?
पाकिस्तानी न्यूज पोर्टल Pakistan Observer ने इस वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह सब एक सोशल मीडिया ट्रोल्स के अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अस्थिरता और भ्रम फैलाना है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दुष्प्रचार भारत-पाक सैन्य तनाव के जवाब में एक सुनियोजित रणनीति के तहत फैलाया गया।
सरकारी स्पष्टीकरण से दूर हुई शंका
पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय और जेल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इमरान खान पूरी तरह से सुरक्षित हैं और अदियाला जेल में ही मौजूद हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी कानूनी टीम के साथ एक जमानत याचिका भी दायर की है, जिससे साफ होता है कि वह सक्रिय हैं और किसी तरह की अनहोनी की खबर पूरी तरह बेबुनियाद है।
जनता से अपील: अफवाहों से बचें, सच्चाई पर टिके रहें
सरकारी एजेंसियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर आंख बंद कर विश्वास न करें। हर खबर की जांच-पड़ताल करें और केवल आधिकारिक और भरोसेमंद स्रोतों से ही जानकारी लें।
निष्कर्ष:
इमरान खान की मौत की खबर पूरी तरह फर्जी है। यह एक सुनियोजित सोशल मीडिया अफवाह है जिसका मकसद तनाव और भ्रम फैलाना है। जागरूक बनें, अफवाहों से बचें।