पटना, बिहार:
राज्य के शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE-1 और TRE-2) के तहत चयनित कुल 11,801 महिला शिक्षिकाओं का अंतर-जिला तबादला कर दिया है। यह ट्रांसफर शिक्षिकाओं के घर से स्कूल की दूरी को प्राथमिकता देते हुए किया गया है। विभाग ने यह पूरी प्रक्रिया सोमवार की मध्यरात्रि को पूरी कर ली।
🔹 ट्रांसफर की मुख्य बातें:
- TRE-1 से चयनित 5,630 और
- TRE-2 से चयनित 6,167 महिला शिक्षिकाएं इस ट्रांसफर प्रक्रिया में शामिल रहीं।
- 4 आवेदन निष्क्रिय पाए गए।
- सभी को नया जिला आवंटित कर दिया गया है।
🔹 जानकारी अब व्यक्तिगत रूप से उपलब्ध:
शिक्षा विभाग ने इस बार पब्लिक लिस्ट जारी नहीं की, बल्कि हर शिक्षिका को ट्रांसफर की जानकारी ई-शिक्षाकोष पोर्टल और पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से दी है। इस बदलाव का उद्देश्य, विभाग के अनुसार, गोपनीयता बनाए रखना और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ पहले ही यह स्पष्ट कर चुके थे कि अब से ट्रांसफर लिस्ट सार्वजनिक नहीं की जाएगी।
🔹 शिक्षकों के संघ की प्रतिक्रिया:
बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने महिला शिक्षकों के ट्रांसफर का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने यह भी मांग की कि पुरुष शिक्षकों के तबादले को लेकर भी जल्द निर्णय लिया जाए।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कई शिक्षिकाओं को दूरी के आधार पर ट्रांसफर नहीं मिल पाया, जबकि कुछ को कम दूरी पर होने के बावजूद नया जिला आवंटित किया गया है।
“शिक्षिकाएं शिकायत कर रही हैं कि जिनकी दूरी अधिक थी, उन्हें ट्रांसफर नहीं मिला और कम दूरी वालों को मिल गया। विभाग को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस बार ट्रांसफर के मापदंड क्या थे,” – दीपांकर गौरव ने कहा।
🔹 स्कूल आवंटन अभी बाकी:
हालांकि शिक्षिकाओं को नया जिला मिल गया है, लेकिन अब तक स्कूल का आवंटन नहीं किया गया है। शिक्षक संघ ने विभाग से अपील की है कि स्कूल आवंटन की प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी की जाए, ताकि शिक्षक-शिक्षिकाएं समय पर योगदान दे सकें और शिक्षा व्यवस्था प्रभावित न हो।
निष्कर्ष:
बिहार सरकार का यह कदम महिला शिक्षकों के लिए राहत की खबर है, लेकिन प्रक्रिया की पारदर्शिता, स्पष्ट मापदंड और पुरुष शिक्षकों के प्रति समानता जैसे मुद्दों को लेकर विभाग पर अब भी कई सवाल खड़े हैं।