नयी दिल्ली. देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमितों की संख्या शुक्रवार की रात 6.25 लाख के आंकड़े को पार कर गयी लेकिन इसके साथ ही स्वस्थ होने वालों की दर भी निरंतर बढ़ते हुए 60 फीसदी से अधिक पहुंच चुकी है। देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 60.72 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.88 प्रतिश्त रही। गुरुवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 59.89 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.92 प्रतिशत रही। बुधवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 59.49 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.95 प्रतिशत रही। मंगलवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 59.24 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.97 प्रतिशत थी। सोमवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.54 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर जबकि मृत्यु दर महज 2.98 प्रतिशत रही। रविवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 58.56 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 3.04 प्रतिशत थी। शनिवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.13 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर 3.08 प्रतिशत रही। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब तीन फीसदी का इजाफा हुआ है। ‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 646924 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 625544 थी। अब तक कुल 392869 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 18656 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 235333 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 1.57 लाख से अधिक है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज की अहम भूमिका रही।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत में महामारी के मामलों या रोगियों का जल्द पता लगने, समय पर परीक्षण एवं निगरानी, मरीजों के संपर्क में आए लोगों का व्‍यापक रूप से पता लगाने और प्रभावकारी नैदानिक प्रबंधन या उपचार की बदौलत इस वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्‍या को कम करने में मदद मिली है। कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर केंद्र सरकार द्वारा श्रेणीबद्ध, पूर्व-निर्धारित और अत्‍यंत सक्रिय नजरिया अपनाने का भी एक प्रमाण है।
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 241576 नमूनों की जांच की गयी जिससे अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या बढ़कर 9297749 हो गयी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड-19 की जांच करने वाली लैब की संख्या बढ़कर 1074 हो गयी है। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रयासों को मजबूती देने के लिए केंद्र सरकार ने अब तक उन्हें 2.02 करोड़ एन95 मास्क, 1.18 करोड़ पीपीई किट तथा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की 6.12 करोड़ गोलियां निशुल्क प्रदान की हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज बताया कि एक अप्रैल से अब तक केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बड़ी संख्या में एन95मास्क, पीपीई किट और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट वितरित किये हैं। इसके अलावा अब तक राज्यों को 11300 ‘मेक इन इंडिया’ वेंटिलेटर भी भेजे गये हैं, जिनमें से 6,154 वेंटिलेटर कई अस्पतालों को प्राप्त हो चुके हैं। केंद्र सरकार इनका इंस्टॉलेशन और इन्हें चालू करने का काम भी सुनिश्चित कर रही है। केंद्र सरकार के इस कदम से कोविड आईसीयू सेवा में वेंटिलेटर की कमी के भारी अंतर को कम करने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ऑक्सीजन बेड के लिए राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को 1.02 लाख ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति भी कर रहा है जिनमें से 72,293 डिलीवर हो चुके हैं। केंद्र सरकार ने अब तक महाराष्ट्र में सर्वाधिक 11.78 लाख पीपीई किट और 20.64 लाख एन95 मास्क, दिल्ली में 7.81 लाख पीपीई किट और 12.76 लाख एन95 मास्क तथा तमिलनाडु में 5.39 लाख पीपीई किट और 9.81लाख एन95 मास्क की आपूर्ति की है। मंत्रालय ने बताया कि केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में स्वास्थ्य संबंधी आधारभूत ढांचे को मजबूती देने के साथ मेडिकल आपूर्ति भी सुनिश्चित कर रही है ताकि कोरोना की जंग में सब मिलकर मुस्तैदी से डटे रहें। शुरुआत में केंद्र द्वारा प्रदत्त अधिकांश मेडिकल आपूर्ति स्वदेश निर्मित नहीं थी और इनकी वैश्विक मांग बढ़ने के कारण उपलब्धतता भी कम हो गयी थी। इसी के मद्देनजर विभिन्न मंत्रालयों ने सम्मिलत प्रयास करके मेडिकल आपूर्ति तथा मेडिकल उपकरणों के विनिर्माण के लिए घरेलू उद्योगों को प्रेरित किया, जिससे अब केंद्र प्रदत्त अधिकतर मेडिकल आपूर्ति अब स्वदेश निर्मित है।


                                                     
                     

By RK

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