झारखंड के माटी
विनय तिवारीखोरठा गीतकार झारखंड के माटी दादा, पूजे के समान रेझारखंड राइज हामर देसेक सान रेदेसेक सान… ऐ दादा… देसेक…
विनय तिवारीखोरठा गीतकार झारखंड के माटी दादा, पूजे के समान रेझारखंड राइज हामर देसेक सान रेदेसेक सान… ऐ दादा… देसेक…
आज बरसात आई, तो बरसात से पुराने स्कूल की याद भी आ गई। जब बरसात आती थी तो स्कूल की…
कठिन है डगर पर निकल तो सही, हो काँधे पर बोझ मगर चल तो सही। तेरी हर धडकन पर लिखी…