नई दिल्ली
देश भर में NEET-JEE की प्रवेश परीक्षाओं का कई स्तरों पर विरोध हो रहा है. विपक्षी दलों की मांग है कि कोरोना संकट को देखते हुए परीक्षाओं को कुछ समय के लिए टाल दिया जाये. कांग्रेस ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए देश भर मेंं प्रदर्शन किया. परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर देशव्यापी प्रदर्शन के तहत राज्य और जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार के कार्यालयों के सामने युवा कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस कोरोना और कुुछ राज्यों के बाढ़ प्रभावित होने का हवाला देकर परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रही है. पार्टी का आरोप है कि बावजूद केंद्र की मोदी सरकार नीट-जेईई परीक्षा के आयोजन पर अड़ी हुई है.
पुनर्विचार याचिका दायर
उधर, शुक्रवार को पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और महाराष्ट्र के मंत्रियों ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की. इसमें अदालत के 17 अगस्त के आदेश पर पुनर्विचार करने और सितंबर में होने वाली NEET और JEE परीक्षा स्थगित करने की मांग की गयी है.
राहुल का लोगों से छात्रों की आवाज बनने का आह्वान
इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के बीच संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के आयोजन को छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ बताते हुए लोगों से ‘स्पीकअप’ कार्यक्रम से जुड़कर उनकी (छात्रों की) आवाज बनने और सरकार पर परीक्षा स्थगित करने के लिए दबाव बनाने का आग्रह किया है. श्री गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, “लाखों परेशान छात्रों के साथ अपनी आवाज जोड़िए. स्पीकअप फॉर स्टूडेंट सेफ्टी आज 10 बजे से. आइए, सरकार से छात्रों की बात सुनने की मांग करें.” इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, “कोरोना महामारी में नीट और जेईई की परीक्षाएं करवाने का फैसला छात्र-छात्राओं को कोरोना के खतरे में धकेल रहा है. छात्र-छात्राओं पर मानसिक तनाव बढ़ रहा है; भाजपा सरकार छात्र शक्ति की आवाज सुन कर फैसला करें.”