अंबाला. सर्वधर्म पूजा के बाद गुरुवार को अंबाला वायुसैनिक अड्डे पर भारतीय वायुसेना में राफेल फाइटर जेट्स शामिल हो गया. औपचारिक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, रक्षा विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के कई वरिष्ठ अधिकारी भारतीय वायुसेना के इतिहास में दर्ज होने वाली इस बड़ी घटना के अवसर पर उपस्थित थे. इस अवसर पर अपने संबोधन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वायुसेना में राफेल का शामिल होना एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण है. राफेल का भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होना भारत और फ्रांस के बीच के प्रगाढ़ संबंधों को भी दर्शाता है. भारत और फ्रांस लंबे समय से आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, रणनीतिक साझेदार रहे हैं.
अंबाला वायुसेना स्टेशन पर भारतीय वायुसेना में शामिल होने के कार्यक्रम में पांच राफेल विमानों को वाटर कैनन सेल्यूट दिया गया. याद रहे कि चार साल पहले भारत ने फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा किया था. इनमें से पहली खेप में पांच विमान 29 जुलाई को अंबाला एयरबेस पहुंचे थे. अक्टूबर में और पांच विमान भारत पहुंच जायेंगे. ये विमान वायुसेना के 17वें स्क्वाड्रन “गोल्डन एरो” का हिस्सा होंगे.