बिहार में कोरोना के कारण स्थिति दयनीय,अराजक और विस्फोटक है।स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ चुकी है।कोरोना नियंत्रण के लिए सरकार को बाज़ बनना था लेकिन JDU नेता लोगों का शिकार करने के लिए “गिद्ध” बन रैली कर रहे है। CM 4 महीनों में 4 बार भी आवास से बाहर नहीं निकलेhttps://t.co/HYcs0yMZyu
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) July 19, 2020
पटना. राजद के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हालात दयनीय, अराजक और विस्फोटक होने की बात कह कर रविवार को आरोप लगाया कि इस रोग पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार को ‘बाज’ बनने की जगह सत्ताधारी दल जदयू के नेता लोगों का ‘शिकार’ करने के लिए “गिद्ध” बन आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर रैली कर रहे हैं. पड़ोसी राज्य झारखंड के रांची में चारा घोटाला मामले को लेकर सजा काट रहे लालू ने रविवार को ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘बिहार में कोरोना के कारण स्थिति दयनीय, अराजक और विस्फोटक है. स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण के लिए सरकार को बाज बनना था, लेकिन जदयू नेता लोगों का शिकार करने के लिए “गिद्ध” बन रैली कर रहे है. मुख्यमंत्री चार महीनों में चार बार भी आवास से बाहर नहीं निकले.’ लालू का इशारा आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू द्वारा आयोजित किये जा रहे वर्चुअल संवाद की ओर था. इस बीच, बिहार जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने लालू की उक्त टिप्पणी की भाषा को “अराजक, बर्बर और हिंसक” बताते हुए आरोप लगाया कि पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी को झेल रही है और पिछले 100 घंटे में 10 लाख नये मामले सामने आये हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 7-8 दिन में बिहार सहित नौ राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हुई है. राजीव ने कहा, “यह एक चुनौती है, लेकिन राज्य की मशीनरी स्थिति से निबटने में सक्षम है.’’ उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की टिप्पणी पूरी मानवता के लिए शर्म की बात है।