रांची. झारखंड हाईकोर्ट ने चाईबासा कोषागार से जुड़े चारा घोटाला मामले में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को शुक्रवार को जमानत दे दी. हालांकि लालू प्रसाद अभी जेल में ही रहेंगे, क्योंकि दुमका कोषागार मामला अभी लंबित है. बिहार विधानसभा चुनावों के बीच राष्ट्रीय जनता दल के लिए लालू यादव की जमानत काफी अहम मानी जा रही है. लालू प्रसाद को चारा घोटाला के तीन मामलों में पहले ही जमानत मिल चुकी है. वे फिलहाल रांची के रिम्स अस्पताल में इलाजरत हैं. उन्हेंं पहले रिम्स के पेइंग वार्ड में रखा गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट कर दिया गया. राजद अध्यक्ष ने चाईबासा ट्रेजरी केस में अपनी आधी सजा पूरी कर ली है. वह दुमका केस में भी सजायाफ्ता हैं और मामले में उन्हें अभी जमानत मिलनी बाकी है. नवंबर में दुमका केस में भी लालू यादव की सजा आधी पूरी हो जायेगी. चाईबासा ट्रेजरी केस में आधी सजा पूरी कर लेने का हवाला देते हुए ही लालू यादव ने जमानत के लिए अर्जी डाली थी. पिछली सुनवाई में सीबीआई ने कहा था कि अभी आधी सजा पूरी होने में 26 दिन बाकी हैं. इसके बाद मामले की सुनवाई नौ अक्टूबर तक के लिए टाल दी गयी थी.
कोर्ट के फैसले से राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं में खुशी
चाईबासा कोषागार मामले में लालू यादव को जमानत मिलने पर झारखंड और बिहार के राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी देखी जा रही है. पार्टी ने ट्वीट कर कहा, ‘राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू प्रसाद जी को आधी सजा अवधि पूर्ण होने पर चौथे केस में जमानत मिल गयी है. अभी एक केस बाकी है, जिसकी आधी सजा अवधि नौ नवंबर को पूर्ण होने पर वह बाहर आ सकेंगे. अनेक बीमारियों और उम्र के बावजूद नीतीश-बीजेपी ने तिकड़म कर उन्हें बाहर नहीं आने दिया.’