प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 और 30 मई को दो दिवसीय बिहार दौरे पर रहेंगे। यह दौरा केवल विकास योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए की स्थिति मजबूत करने का भी अहम प्रयास माना जा रहा है।
पटना एयरपोर्ट को मिलेगा नया रूप
प्रधानमंत्री 29 मई को पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अत्याधुनिक टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे। यह टर्मिनल 65,150 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है और इसके शुरू होते ही पटना से हवाई उड़ानों की संख्या 34 से बढ़कर 75 हो जाएगी। सालाना यात्री क्षमता 25 लाख से बढ़कर 1 करोड़ हो जाएगी।
नये टर्मिनल में ये आधुनिक सुविधाएं होंगी:
- 52 चेक-इन काउंटर
- 5 एयरोब्रिज
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सुरक्षा प्रणाली
- हाई-स्पीड वाई-फाई
- स्मार्ट बैगेज हैंडलिंग सिस्टम
- वीआईपी लाउंज, डॉरमेट्री और अग्निशमन स्टेशन
- दीवारों पर आकर्षक मिथिला पेंटिंग और थ्री-डी आर्टवर्क
बिजली के क्षेत्र में बड़ा कदम: नवीनगर पावर प्रोजेक्ट
उसी दिन पीएम मोदी औरंगाबाद के नवीनगर में सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (स्टेज-2) का शिलान्यास करेंगे, जिसकी अनुमानित लागत ₹29,947.91 करोड़ है। इसमें तीन नई यूनिट्स लगाई जाएंगी, जिनकी संयुक्त क्षमता 2400 मेगावाट होगी। इस प्रोजेक्ट से बिहार को 1500 मेगावाट बिजली प्राप्त होगी, जिससे राज्य के बिजली संकट को बड़ी राहत मिलेगी।
30 मई को विक्रमगंज में जनसभा: चुनावी ऊर्जा का संचार
अपने दौरे के दूसरे दिन यानी 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोहतास जिले के विक्रमगंज में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने स्वयं मौके पर जाकर तैयारियों की समीक्षा की और कार्यकर्ताओं से सभा को ऐतिहासिक बनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि यह दौरा बिहार के लिए विकास और विश्वास दोनों का प्रतीक होगा।
निष्कर्ष: विकास और जनसंपर्क का संतुलित संदेश
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल घोषणाओं और उद्घाटनों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बिहार की जनता के साथ सीधा जनसंपर्क और संवाद स्थापित करने की एक रणनीतिक कोशिश भी है। बिहार को इससे न केवल बिजली और उड़ान सेवाओं में फायदा मिलेगा, बल्कि केंद्र और राज्य के बीच सहयोग और भरोसे का नया अध्याय भी जुड़ सकता है।