पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर गर्मी बढ़ गई है। राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। सम्राट चौधरी का दावा है कि लालू यादव का पूरा परिवार शराब माफियाओं से गठजोड़ में शामिल है।
डिप्टी सीएम ने यह बयान उस वक्त दिया जब राज्य में अवैध शराब के मामलों को लेकर सरकार की सख्ती जारी है और कई जिलों में छापेमारी हो रही है। उन्होंने कहा,
“लालू यादव का पूरा कुनबा शराब माफियाओं से मिला हुआ है। यही कारण है कि जब भी प्रशासन शराब के खिलाफ कार्रवाई करता है, राजद के नेता उसे रोकने की कोशिश करते हैं।
सम्राट चौधरी का हमला: “तेजस्वी यादव शराब माफियाओं को टिकट देते हैं, लालू परिवार की सच्चाई सामने है”
बिहार की सियासत एक बार फिर गरम हो गई है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और उसके नेताओं पर तीखा हमला बोला है। इस बार उनका निशाना सीधे तेजस्वी यादव और लालू परिवार पर रहा।
सम्राट चौधरी ने एक बयान में कहा,
“टिकट देने का असली खेल अब जनता के सामने है। तेजस्वी यादव जानबूझकर शराब माफियाओं को टिकट दे रहे हैं। लालू यादव का पूरा परिवार शराब माफिया से मिला हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा कि बिहार के गोपालगंज और सीवान जैसे जिलों में दिए गए टिकट इसके स्पष्ट उदाहरण हैं। सम्राट के अनुसार, इन क्षेत्रों में ऐसे लोगों को प्रत्याशी बनाया गया जिनका सीधा संबंध शराब तस्करी से है।
नीतीश के नेतृत्व पर जताया भरोसा
बिहार के आगामी चुनावों को लेकर भी डिप्टी सीएम ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा,
“चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा और राज्य में अगली सरकार भी उन्हीं के नेतृत्व में बनेगी।”
सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया कि NDA पूरी तरह एकजुट है और बिहार की जनता स्थिर और साफ-सुथरी सरकार चाहती है, न कि माफिया से जुड़े चेहरों को।
RJD की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार
फिलहाल राजद की तरफ से इस बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सम्राट चौधरी का यह बयान केवल आरोप नहीं, बल्कि एक रणनीतिक हमला है जो आने वाले चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया है।
राजनीति या सच?
बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बावजूद अवैध शराब का कारोबार खत्म नहीं हो सका है। इसी मुद्दे को हथियार बनाकर एनडीए अब विपक्ष को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है।
सम्राट चौधरी के आरोप गंभीर हैं — और अगर इन पर कोई जांच होती है, तो राज्य की राजनीति में बड़ा भूचाल आ सकता है।
शराबबंदी पर राजनीति गरमाई
बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद अवैध शराब की तस्करी और मौतों की खबरें लगातार सामने आती रही हैं। इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे हैं। अब सम्राट चौधरी द्वारा लालू परिवार पर सीधा हमला किए जाने से सियासत और तेज हो गई हैं l
क्या है सच्चाई?
लालू यादव और उनके परिवार पर पहले भी भ्रष्टाचार, जमीन घोटाले और अन्य मामलों में आरोप लगते रहे हैं, लेकिन अब उन्हें सीधे अवैध शराब कारोबार से जोड़ना एक बड़ा राजनीतिक हमला माना जा रहा है। हालांकि, इन आरोपों की पुष्टि किसी जांच एजेंसी ने अब तक नहीं की है।
निष्कर्ष:
बिहार की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला नया नहीं है, लेकिन जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के शीर्ष नेताओं के बीच इस तरह के शब्दबाण चलें, तो यह साफ है कि सियासी जंग आने वाले समय में और तीखी होने वाली है।