देवघर. झारखंड में देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र के देवीपुर में रविवार को दमघोंटू गैस से छह लोगों की जान चली गयी. हादसा सेप्टिक टैंक में घटी. इनमें से कुछ टैंक की सेंट्रिंग खोलने नीचे उतरे थे. बचाने के क्रम में ये एक-एक उतरते गये और इस दौरान इनकी मौत हो गयी. मरनेवालों में तीन मिस्त्री, एक मजदूर और दो घर के सदस्य हैं. इनमें देवीपुर थाना क्षेत्र के कोल्हड़िया निवासी 48 वर्षीय गोविंद मांझी और उनके दो बेटे 26 वर्षीय बबलू मांझी व 24 वर्षीय लालू मांझी, मकान मालिक 48 वर्षीय ब्रजेश चंद बरनवाल और उनका भाई 42 वर्षीय मिथिलेश चंद बरनवाल तथा पिरहाकट्टा निवासी 27 वर्षीय लीलू मुर्मू शामिल हैं. प्रशासन का कहना है कि कुल मिलाकर छह लोगों की जान गयी है. घटना का कारण जहरीली गैस बतायी जा रही है. पुलिस ने बताया कि देवीपुर के देवीपुर चौक के समीप एक मकान में सेप्टिक टैंक का निर्माण हुआ था.
आज ठेकेदार के लोग सेंट्रिंग खोलने पहुंचे थे. सबसे पहले एक मिस्त्री टैंक मर सेंट्रिंग खोलने उतरा. कुछ देर तक हरकत नहीं होने पर दूसरा मिस्त्री नीचे उतरा. इसी तरह एक-एक कर चार लोग नीचे उतर गये.. जब इन चारों की कोई हरकत नहीं हुई तो घर के दो लोग भी नीचे उतरे और दमघोंटू गैस के शिकार बन गये. अब प्रशासन यह पता लगा रहा है कि घटना लापरवाही का परिणाम है या कुछ अन्य कारण से घटी. जैसे ही जिला प्रशासन को घटना की जानकारी हुई, तत्काल बचाव कार्य चलाया गया. टैंक के अंदर फंसे लोगों को निकाला गया और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद सभी को मृत घोषित कर दिया. शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया है. इन बीच आम आदमी पार्टी के डॉ अजय कुमार ने झारखंड की हेमंत सरकार से सवाल किया है कि 21वीं सदी में भी पुराने तरीके क्यों? कहा कि @ArvindKejriwal ने ऐसे काम के लिए मशीन दी है. @HemantSorenJMM जी से अनुरोध है कि झारखंड में भी दिल्ली जैसे हो.