एचसीएल की तरफ से जीती थी 3.80 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप
- लखनऊ
उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के थाना औरंगाबाद क्षेत्र में सोमवार को सड़क दुर्घटना में एक होनहार छात्रा की मौत हो गयी. मृतका सुदीक्षा भाटी अपने चचेरे भाई सतेंद्र भाटी के साथ मोटरसाइकिल से मामा के घर जा रही थी. वह अमेरिका के बॉबसन कॉलेज से पढ़ाई कर रह थी. सतेंद्र भाटी के अनुसार, रास्ते में बुलेट सवार युवकों ने उन्हें ओवरटेक कर छेड़खानी की. उन्हें लगातार ओवरटेक किया गया. आगे आकर आरोपियों के अचानक बुलेट राेकने से सतेंद्र भाटी की बाइक का बैलेंस बिगड़ गया और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. हादसे में सुदीक्षा के सिर में चोट आयी और उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद बुलेट सवार भाग निकले. साल 2018 में सुदीक्षा भाटी अचानक सुर्खियों में आयी थीं. उसने 12वीं की परीक्षा में बुलंदशहर जिला टॉप किया था. गौतमबुद्धनगर जिले में दादरी के पास मानिकपुर की रहने वाली सुदीक्षा की किस्मत रातों-रात तब बदली, जब उन्हें अमेरिका के बॉबसन कॉलेज से 3.80 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप मिली. सुदीक्षा के साथ 24 अन्य भारतीय छात्रों का भी चयन हुआ था. बुलंदशहर के ज़िलाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि कल सुबह सुदीक्षा भाटी अपने भाई के साथ बाइक से अपने मामा के घर जा रही थीं. औरंगाबाद से तीन किलोमीटर पहले ट्रैफिक की वजह से उनके आगे जो व्यक्ति जा रहे थे, उन्होंने ब्रेक मारी, जिसके बाद यह हादसा हुआ.
पुलिस ने दिखाया अजीब-सा रवैया

सतेंद्र भाटी ने बताया कि रास्ते में एक बुलेट ने उन्हें कई बार ओवरटेक किया. पूरे मामले में यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सुदीक्षा भाटी की मौत पर पुलिस ने अजीब-सा रवैया दिखाते हुंए इसे महज दुर्घटना करार दिया. पुलिस का कहना है कि जब घटना के बाद वह दुर्घटनास्थल पर पहुंची तो सुदीक्षा के चाचा और चचेरे भाई ने इस बात की कोई जानकारी नहीं दी कि उसके साथ छेड़छाड़ हो रही थी. जब उस समय कुछ ऐसी शिकायत नहीं की गयी तो बाद में यह बात क्यों कही गयी. एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है.
अपने चचेरे भाई के साथ मामा के घर जा रही थी अमेरिका में अध्ययनरत बुलंदशहर की सुदीक्षा भाटी. छेड़खानी के दौरान बाइक से गिर की हुई मौत.
सतेंद्र भाटी ने बताया कि कुछ मनचले बुलेट पर उनकी बाइक का पीछा कर रहे थे और बार-बार उनकी गाड़ी के आगे-पीछे आ रहे थे. वे सुदीक्षा पर भद्दे-भद्दे कमेंट्स भी कर रहे थे. उनकी बाइक का बार-बार पीछा करने के दौरान बुलेट से बाइक टकरा गयी. वह साइड में गिर गये, पर सुदीक्षा सड़क पर गिरी और उसके सिर में चोट आयी. उसकी मौके पर ही मौत हो गयी.
जब पढ़ाई छोड़ने की नौबत आयी
दीक्षा के पिता ढाबा चलाते हैं और काफी मुश्किल से परिवार का भरण-पोषण करते हैं. परिवार की बदहाल आर्थिक स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2009 में हालात ऐसे बन गये थे कि होनहार सुदीक्षा को पढ़ाई छोड़ने तक की नौबत आ गयी थी. बावजूद, उसने हिम्मत नहीं हारी और मुश्किलों से जूझते हुए सफलता पायी. किंतु शोहदों के चलते उसके सपने साकार होने से पहले खत्म हो गये.
मायावती ने की घटना की निंदा
बसपा सुप्रीमाे मायावती ने घटना पर ट्वीट कर कहा, ‘बुलंदशहर में अपने चाचा के साथ बाइक पर जा रही होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी को मनचलों की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी, जो अतिदुःखद, अति-शर्मनाक व अति-निंदनीय. बेटियां आखिर कैसे आगे बढ़ेंगी? यूपी सरकार तुरंत दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे. बीएसपी की यह पुरजोर मांग है.’
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