शिल्पकार समाज के शिक्षक,
विकास के आधार हैं शिक्षक।
जीवन गढ़ने वाला शिक्षक,
अनुशासन प्रेम का संगम शिक्षक।

समय बदला, आया जब कोरोना,
विधि बदली मोबाइल का जमाना।
ब्लैक बोर्ड का किस्सा पुराना,
पर बदला नहीं शिक्षक का अफसाना।
रूप है बदला शिक्षा का,
ज्ञान बांटे आज भी शिक्षक।
ऑनलाइन शिक्षा के साथ,
जूझते रहते हैं ये शिक्षक।
तकनीक अपनाते मार्ग दिखाते,
कर्तव्य निभाते हैं ये शिक्षक।
शिक्षा की अविरल धारा में,
गोते लगवाते हैं ये शिक्षक।
कवयित्री संगीता श्रीवास्तव झारखंड के धनबाद जिले में क्रेडो वर्ल्ड स्कूल में शिक्षिका हैं.