एजेंसियां, नई दिल्ली:
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की। बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में ‘महागठबंधन’ के घटक दल आपसी बातचीत के जरिए मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर फैसला करेंगे।

तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा ने हाईजैक कर लिया है और इस बार राज्य में ‘इंडिया गठबंधन’ की सरकार बनने जा रही है।
बैठक में शामिल हुए कई वरिष्ठ नेता
दिल्ली स्थित खरगे के आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार, राजद नेता मनोज झा और संजय यादव भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सीट बंटवारे, चुनावी रणनीति और गठबंधन की मजबूती जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
17 अप्रैल को पटना में अगली बैठक
तेजस्वी यादव ने बताया कि महागठबंधन की अगली बैठक 17 अप्रैल को पटना में होगी, जहां सभी सहयोगी दल एकजुट होकर रणनीति तय करेंगे। मुख्यमंत्री पद को लेकर पूछे गए सवाल पर तेजस्वी ने कहा,
“आप लोग क्यों चिंतित रहते हैं चेहरे को लेकर? बातचीत से सारी चीजें सामने आ जाएंगी। जब तय होगा तो आप लोगों को बुलाकर बताएंगे।”
खरगे का बयान: बिहार में बदलाव तय
बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट किया,
“इस बार बिहार में बदलाव निश्चित है। तेजस्वी यादव से मुलाक़ात कर महागठबंधन की मजबूती पर चर्चा हुई। जनता को एक सशक्त, न्यायप्रिय और कल्याणकारी विकल्प देंगे।”
उन्होंने भाजपा को ‘अवसरवादी ठगबंधन’ करार देते हुए कहा कि अब बिहार को इससे मुक्ति मिलेगी। खरगे ने यह भी कहा कि युवा, किसान, मजदूर, महिलाएं और समाज के पिछड़े वर्ग महागठबंधन की सरकार चाहते हैं।
कांग्रेस: सकारात्मक शुरुआत
कांग्रेस के बिहार प्रभारी अल्लावरू ने कहा कि आज की बैठक एक सकारात्मक शुरुआत थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने भी कहा कि महागठबंधन एकजुट है और राजग सरकार को हराने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री पद को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी मुद्दों पर सभी घटक दल मिलकर निर्णय लेंगे।
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव संभावित हैं।