जमशेदपुर
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को सत्ताधारी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस पार्टी पर घटिया राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि दो-दो करोड़ रुपए में झारखंड आंदोलन को खरीदने और बेचने वाली ये पार्टियां वाजपेयी जी के व्यक्तित्व को क्या जान पायेंगी? दास ने एक बयान में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपयी जी की दूसरी पुण्यतिथि पर नवनिर्मित विधानसभा में सरकार की ओर से उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने की कोई व्यवस्था नहीं की गई और न ही भाजपा के सांसदों और नेताओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करने की अनुमति दी गई। इस घटना पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या का काम किया है। उन्होंने कहा विधानसभा परिसर तो सभी दलों के लिए समान रूप से उपलब्ध रहता है। वहां किसी भी राजनीतिक दल के लोगों को आने जाने पर कोई रोक-टोक नहीं है। लेकिन जिस प्रकार श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर विधानसभा अध्यक्ष की ओर से न तो कोई कार्यक्रम आयोजित किया गया और न ही भाजपा के नेताओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करने की अनुमति दी गई, यह अत्यंत ही निंदनीय है।” दास ने सवाल उठाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को विधानसभा परिसर में जाने से किस नियम के तहत रोका गया? उन्होंने कहा, ‘‘ वाजपेयी जी की दूरदृष्टि चलते वर्ष 2000 में झारखंड का गठन हुआ जबकि कांग्रेस-राजद तो कभी भी ऐसा होने देना नहीं चाहते थे। उन्होंने झारखंड की अस्मिता के साथ खिलवाड़ किया। हमारी सरकार ने नई विधानसभा निर्माण के दौरान भगवान बिरसा मुंडा और झारखंड के जन्मदाता अटल बिहारी वाजपेयी जी की आदमकद प्रतिमा लगवाई। लेकिन आज उनकी पुण्यतिथि पर सरकार का रवैया निंदनीय है। सरकार ने महापुरुषों का अपमान किया है।” इससे पूर्व दास ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में आम लोगों में बीस हजार मास्क का वितरण करवाया.